होलीका दहन कैसे होता है? – बच्चों के लिए जानकारी

होलीका दहन कैसे होता है? – बच्चों के लिए जानकारी होलीका दहन होली से एक दिन पहले मनाया जाता है। यह एक प्राचीन परंपरा है जो अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। चलो, समझते हैं कि होलीका दहन कैसे होता है! 1. होलीका दहन की कहानी बहुत समय पहले हिरण्यकश्यप नाम का एक शक्तिशाली राजा था। उसका बेटा प्रह्लाद भगवान विष्णु का भक्त था, लेकिन राजा चाहता था कि सब सिर्फ उसकी पूजा करें। जब प्रह्लाद ने मना किया, तो राजा ने उसे मारने के कई प्रयास किए। फिर होलिका, जो राजा की बहन थी, एक जादुई चादर लेकर आई, जो आग में नहीं जलती थी। उसने प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठने का फैसला किया। लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से हवा चली और वह चुनरी होलिका से उड़कर प्रह्लाद के ऊपर आ गई। होलिका जल गई और प्रह्लाद सुरक्षित रहा। तभी से होलीका दहन की परंपरा चली आ रही है, जो हमें सिखाती है कि अच्छाई की हमेशा जीत होती है! 2. होलीका दहन कैसे किया जाता है? होलीका दहन एक पूजा और रस्म है, जो होली से एक दिन पहले होती है। (1) लकड़ी और गोइठा (उपले) इकट्ठा किया जाता है गाँव और शहरों में एक खास जगह चुनी जाती है, जहाँ लोग लकड़ी, उपल...